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अपने डेयरी फार्म के लिए सही डेयरी उपकरण चुनने के लिए एक व्यवहारिक मार्गदर्शिका

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भारत में डेयरी फार्म की यात्रा को शुरू करने के लिए केवल गायों की ज़रुरत नहीं होती, डेयरी फार्म से जुड़े कुछ उपकरणों होते है, जिसके उपयोंग से भी आप अपनी डेयरी फार्म की यात्रा की शुरुआत कर सकते है | इस व्यवहारिक मार्गदर्शिका के माध्यम से आपको सही डेयरी उपकरण को चुनने के समय पर मुख्य बातों को जानने में मदद मिलेगी, जिससे आप भारत में डेयरी उपकरण निर्माताओं से यह तीन नेताओं की अंतदृष्टि पर ध्यान दे पाएंगे | आइये जानते है ऐसे डेयरी उपकरणों कितने प्रकार के होते है, जो दैनिक कार्यों में अपनी अहम भूमिका को निभाते है :- 

डेयरी उपकरण कितने प्रकार के होते है ? 

दूध दुहने वाली मशीन :-  दूध देने वाली मशीन दूध देने की प्रक्रिया को स्वचालित करने में मदद करता है, जिससे मेहनत करने की आवश्यकता कम होती है और दक्षता को सुनिश्चित किया जा सकता है | इसलिए आप इस उपकरण के इस्तेमाल से अपने डेयरी फार्म की शुरुआत कर सकते है | 

दूध को ठंडा करने वाली टंकी :- यह टैंक दूध को एकत्रित करके, उसे जल्दी से ठंडा करने का कार्य करता है, जिससे दूध की ताज़गी और मूल्य पोषण बरकरार रखने में मदद मिलता है |  इसलिए आपको अपने फार्म में उत्पादित दूध की मात्रा के अनुसार टैंक की क्षमता, ऊर्जा दक्षता और ठंडा करने की गति का मुलायकान करना चाहिए | 

पाश्चराइज़र :- पाश्चराइज़र एक ऐसा उपकरण है, जो दूध को गर्म करके हानिकारक बैक्टीरिया को ख़तम करता है और दूध की गुणवत्ता को बरकरार रखने में मदद करता है | इसलिए अपने डेयरी उत्पाद के लिए सटीक तापमान को नियंत्रण और उपयुक्त प्रंसस्करण क्षमता वाले पाश्चराइज़र का चुनाव करें |   

मवेशी चारा उपकरण :- फीड मिक्सर, साइलेज़ कटर और कन्वेयर आपके मवेशियों के लिए ज़रूरी पोषण संबंधी संतुलित चारा को तैयार करने में और विपरीत करने में यह मवेशी चारा उपकरण काफी कारगर सिद्ध है | इसलिए ऐसे किसी उपकरणों की तलाश करें, जो आपके मवेशियों के लिए फीड व्यंजन अनुकूल हो और पोषण मूल्य को अधिकतम करे, इसके साथ ही फीडिंग प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करें | 

यदि आप इससे जुड़ी अधिक जानकारी लेना चाहते है तो इसके लिए एनके डेयरी इक्विपमेंट संस्था से परामर्श कर सकते है | यह संस्था डेयरी फार्म से जड़े सभी उपकरणों के निर्माता है, जो भारत के सभी राज्यों में डेयरी फार्म से हुदे सभी उपकरणों का आपूर्तिकर्ताओं का कार्य करते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें, जिससे आपकी डेयरी फार्म से जुड़े सभी उपकरणों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो  जाएगी और सही मार्गदर्शन भी मिल जायेगा | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |

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बजट-अनुकूल दूध देने वाली मशीन से बढ़ाएं अपने डेयरी फार्म का मुनाफा

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कई वर्षों से डेयरी फार्म से जुड़े किसान गायों से दूध को इकट्ठा करने के लिए पारंपरिक तरीकों का प्रयोग करते आ रहे है, जबकि यह प्रक्रिया एक समय लेने वाली और थकावट देने वाली होती है | तकनिकी में हुए उन्नत की वजह से अब दूध देने मशीनों का उपयोग से डेयरी फार्म के किसान के लिए दूध को इकट्ठा करना और इसे वितरित करना बेहद आसान हो गया है | छोटे पैमाने वाले डेयरी फार्म से जुड़े किसानों को प्रत्येक दिन कई तरह के वित्तियों बाधाओं से गुजरना पड़ जाता है | इसके अलावा पूंजी की कमी, पशुओं के स्वास्थ्य का ख़राब होना, बढ़ती हुई क्रिया संचालन लगात, कम स्तर में उत्पादकता, वित्त-संबंधी सहायता की कमी होना और महंगे उपकरण आदि भी इन वित्तियों बाधाओं में शामिल होते है | 

भारत में डेयरी फार्म को एक आवश्यक वस्तु की तरह माना जाता है, इसलिए इन किसानों के पास किफायती और आधुनिक समाधानों का मौजूद होना बेहद ज़रूरी होता है, जो उनके संचालन को बेहतर बनाने में और लाभदायक बने रहने में मदद करता है | एक किफायती और उच्च गुणवत्ता से भरपूर दूध देने वाली मशीन सभी समस्यों के सरल समाधान के लिए सक्षम होती है | इन मशीनों का निर्माण गायों से कुशलतापूर्वक, स्वच्छतापूर्वक और कम समय में दूध को निकलने के लिए किया गया है | हाथ से गायों से दूध निकलने में समय भी काफी व्यर्थ होता था और क्रिया संचालन लागत भी काफी बढ़ जाती थी | आइये जानते है बजट-अनुकूल दूध देने के समाधान का चुनाव करते हुए किन बातों का ध्यान देना बेहद ज़रूरी होता है |   

बजट-अनुकूल दूध देने के समाधान का चुनाव करते हुए किन कारकों पर ध्यान देना होता है आवश्यक 

छोटे पैमाने में डेयरी फार्म करने वाले किसानों के लिए दूध देने वाली मशीन की खरीदारी में एक महत्वपूर्ण निवेश हो सकता   है | इस मशीन से न केवल उनके खेत की उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि लंबे समय के लिए अच्छे परिणाम भी प्राप्त होंगे | हालाँकि इस मशीन को खरीदने से पहले, इससे जुड़े कुछ कारकों पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी होता है, जिनमें शमिल है :- 

  • कुशलता और उत्पादकता :- सबसे पहले किसानों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए की यह मशीन एक बार में कितने लीटर दूध को निकाल सकती है | यदि यह अधिक मात्रा में दूध को निकलती है तो इसका यह मतलब यह है बाकी की तुलना में इस मशीन की उत्पादन सबसे अधिक है | 
  • टिकाऊपन और लंबी उम्र :- दूध देने वाली मशीन को खरीदना एक छोटे पैमाने वाले किसानों के लिए, एक बहुत बड़ा निवेश हो सकता है, लेकिन यह मशीन आने वाले कई सालों तक अच्छे परिणामों को प्रदान कर सकती है | 
  • देखभाल में आसानी :- दूध देने की प्रक्रिया में स्वच्छता को बनाए रखने और मशीन साफ़-सफाई करने में आसान होनी चाहिए | इसके साथ ही बार-बार मुरम्मत को करवाने की ज़रुरत न पड़े, जिसकी वजह से खर्चा बढ़ सकता है | 
  • क्रिया संचालन लागत :- किसानों को मशीन का उपयोग करने के लिए, इससे जुड़े कई तरह के क्रिया संचालन लागत पर ध्यान देना चाहिए, जैसे की श्रम और बिजली का शुल्क आदि शामिल है |     

यदि आप ही ऐसे ही मशीन की खरीदारी के बारे में सोच रहे है और इस विषय से जुड़े पूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते है तो इसमें एनके डेयरी इक्विपमेंट संस्थान आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | यह संस्था डेयरी फ़ार्म से जुड़े सभी तरह के उपकरणों के निर्माता है और पूरे भारत में इन उपकरणों में आपूर्तिकर्ताओं का कार्य ही करते है | इसलिए चयन के लिए आज की एनके डेयरी इक्विपमेंट की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें, ताकि आपको इस विषय संबंधी पूर्ण जानकरी प्राप्त हो सके है | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से सीधा संपर्क कर अपने विचार विमर्श कर सकते है |

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खोया बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार विवरण

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खोया बनाने की प्रक्रिया में दूध को तरल पदार्थ से ठोस पदार्थ में तब्दील किया जाता है | हालाँकि खोया बनाने में कई तरह के चरण और रणनीतियां शामिल होते है, जिनके माध्यम से दूध को मावा या फिर खोया में बदलने के लिए व्यवस्थित रूप से किया जाता है | खोया बनाने की पारंपरिक प्रक्रिया में अधिक समय और मेहनत वाली होती है, लेकिन डेयरी उपकरणों में आये उन्नत ने खोया बनाने वाली प्रक्रिया को काफी आसान कर दिया है | खोया में एक समृद्ध मलाईदार स्वाद मौजूद होता है, जो भारत के सभी मीठे व्यंजनों में चार-चाँद लगाने का काम करता है | भारत के अधिकतर मिठाइयों में मावा यानी खोया का उपयोग किया है, जो उन मिठाइयों के स्वाद को कई गुना बेहतर बना देते है | एनके डेयरी इक्विपमेंट द्वारा प्रस्तुत खोया बनाने वाली मशीन ने खोया बनाने वाली पारंपरिक प्रक्रिया में उन्नत लाने का काम किया है, जिसके सहारे अब आसानी और कम समय में दूध से खोया का तैयार किया जा सकता है | आइये जानते है, ऐसे ही कुछ टिप्स एंड ट्रिक्स के बारे में, जिसका उपयोग खोया बनाने वाली प्रकिया में किया जाता है :- 

 

दूध को दही में तब्दील करें 

मावा बनाने के पहले चरण में दूध को अच्छे से गर्म किया जाता है, फिर इस गर्म दूध में मात्रा के अनुसार नींबू का रस या सिरका या फिर बटरमिल्क यानी छाछ को मिलाया जाता है | नींबू का रस या सिरका या फिर बटरमिल्क यानी छाछ, एक अम्लीय एजेंट के रूप में काम करते है, जो दूध में दही बनाने की प्रक्रिया को उत्तेजित करता है | इस प्रक्रिया में बना मट्ठे को ठोस पदार्थ से अलग कर दिया जाता है, फिर बचे हुए अवशेषों में से अतिरिक्त मट्ठे को निकालने के बाद खोया को तैयार किया जाता है | 

 

उबालना 

मावा बनाने की इस प्रक्रिया में दही को धीमी आंच में अच्छे से पकाया और उबाला जाता है | खोया बनाने के लिए इससे धीमी आंच में पकाना बेहद ज़रूरी होता है, क्योंकि पकाने के दौरान दूध में मौजूद अतिरिक्त नमी जमने लग जाती है | वाष्पीकरण की प्रक्रिया के बाद ठोस पदार्थ और भी गाढ़ा हो जाता है | 

 

लगातार दूध को हिलाते रहना 

खोया बनाने की प्रक्रिया में दूध को निरंतर हिलाते रहना पड़ता है, क्योंकि यह प्रकिया खोया बनने में अपनी अहम भूमिका को निभाते है | हालाँकि पारंपरिक खोया बनाने वाली प्रकिया में कारीगरों की सहायता लेनी पड़ती है | लेकिन खोया बनाने वाली मशीन से इस प्रक्रिया को बड़ी आसानी से और बिना किसी कारीगर की सहायता से किया जा सकता है | इसके अलावा खोया बनाने वाली मशीन समान रूप से गर्म होने को सुनिश्चित करता है और स्टेनलेस स्टील से बनने के कारण यह मशीन खोया को जलने से भी बचाता है | 

 

मावा में मिलाया जाता है घी 

खोया बनाने की प्रक्रिया दौरान, इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें घी को मिलाया जाता है | घी एक स्पष्ट मक्खन की तरह होता है, जो खोया एक चमकदार फिनिश प्रदान करता है और अन्य बर्तनों में चिपकने से भी रोकता है | 

 

स्वाद के लिए मिलाई जाती है चीनी 

अच्छे से पकने के बाद, खोया में स्वादानुसार चीनी मिलाई जाती है, हालांकि बिना चीनी के भी खोया डेयरी में उपलब्ध होते है | लेकिन भारतीय मिठाई बनाने के लिए खोया का मीठा होना ज़रूरी होता है | खोया में चीनी मिलते समय यह सुनिक्षित किया जाता है की मिठास खोया की समृद्धि से मेल खाये | 

तड़का  

खोया बनाने के अंतिम चरण में, इससे तड़का लगाया जाता है | पूरी तरह से खोया के पकने के बाद, मनसचही स्थिरता को प्राप्त करने के लिए इससे आंच से उतार कर, ठंडा होने के लिए अलग रख दिया जाता है | खोया के ठंडा होने के बाद इससे मनचाहे आकर में या फिर इसके बाउल्स बनाकर रख दिया जाता है | अब इसका आप जब चाहे और जैसे चाहे इस्तेमाल कर सकते है | 

 

निष्कर्ष      

पारंपरिक तौर पर खोया बनाने में समय काफी व्यर्थ होता है और मेहनत भी काफी अधिक होती है | इसी बात का ध्यान रखते हुए एनके डेयरी इक्विपमेंट ने खोया मेकिंग मशीन का निर्माण किया है | इस मशीन के माध्यम से कम समय में और अधिक सरलता से आप खोया का निर्माण कर सकते है | यदि आप भी ऐसे ही मशीन की तलाश कर रहे है तो इसके लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | एनके डेयरी इक्विपमेंट हरियाणा के बेहतरीन और उपयुक्त डेयरी उपकरण निर्माता में से एक है, जो पूरे भारत में डेयरी इक्विपमेंट के निर्माण और आपूर्तिकर्ताओं का कार्य करते है | इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और अधिक जानकारी को प्राप्त करने के लिए दिए गए नंबरों से संपर्क करें | यह संस्था इस विषय की संपूर्ण जानकारी को प्रदान करने में आपकी पूर्ण रूप से मदद करेंगे |  

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क्या है डेयरी उद्योग में बीएमसी के महत्व, जिससे गांव के लोग कमा रहे है लाखों रुपए और कैसे कर सकते है शुरुआत ?

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डेयरी फार्मिंग और पशुपालन के व्यवसाय से जुड़े किसानो को बीएमसी के बारे में शायद ही पता होगा | बीएमसी का मतलब है बल्क मिल्क कूलर जिसका  डेयरी उद्योग में दूध को ठंडा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है  | दरअसल यह एक तरह का सेंटर होता है, जिसे किसी भी ग्रामीण इलाके में इस प्लाट को स्थापित किया जाता है |

इस प्लांट में पशुपालक द्वारा दिए गए दूध को ठंडा किया जाता है और ख़राब होने से रोका जाता है | फिर एकत्रित  किये दूध को खपत हुए इलाके पर या फिर डेयरी प्लांट कंपनियों में बेचा जाता है | 

ऐसे में अगर आपको भी प्लांट लगाना है तो सबसे पहले अपने गावों वालो से दूध खरीदना पड़ेगा और फिर उससे शहर में या बड़ी डेयरी प्लांट वाली कंपनियों को बेचना पड़ेगा | बीएमसी का मतवपूर्ण कार्य भी यही होता है | आइये जानते है कैसे करे शुरुआत :- 

कैसे करे शुरुआत ? :- आप यह बिज़नेस किसी भी डेयरी कंपनी के साथ शुरुआत कर सकते है, जिसमे आप 50 प्रतिशत का निवेश डेयरी कंपनी से ले सकते है | बीएमसी में कम से कम 2000 लीटर तक का दूध एकत्रित हो सकता है. जिसको आप बाहर बेच सकते हो | 

बीएमसी मशीन काम कैसे करती है ?:- बीएमसी मशीन का तापमान 4 डिग्री तक होता है जो दूध को ठंडा करने का कार्य करता है और इससे बाहर निकालने के बाद भी दूध कई घंटों तक खराब नहीं होता | इस मशीन की सफाई भी आसानी से हो जाती है | 

इसके अलावा अगर बीएमसी मशीन लगवाना चाहते हो तो आप एनके डेयरी एकुप्मेंट से सहायता ले सकते है | यहाँ पर आपको बीएमसी मशीन के साथ-साथ और भी कई  डेयरी फार्मिंग और पशुपालन से जुड़े इक्विपमेंट उपलब्ध है |

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पनीर को काटने और दबाने वाली मशीन में कौन-कौन सी प्रक्रिया शामिल होती है ?

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एनके डेयरी इक्विपमेंट द्वारा लांच किया गया पनीर को काटने और दबाने वाली मशीन की बहुत प्रशंसा की जा रही है, क्योंकि इस मशीन के माध्यम से मुश्किल कामों को भी काफी आसानी से किया जा सकता है | एनके डेयरी इक्विपमेंट ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया कि वह पनीर कटिंग और प्रेसिंग मशीन के निर्माता है और इस मशीन का निर्माण पूर्ण रूप से स्टेनलेस स्टील के उपयोग से किया गया है | स्टेनलेस स्टील से बने हुए हर मशीन स्वच्छ और टिकाऊ होते है, इसलिए स्वच्छता का ध्यान रखते हुए और डिब्बाबंद भोजन के लिए स्टेनलेस स्टील सबसे अधिक सुरक्षित होती है | 

जब भी डेयरी प्रोडक्ट की बात की जाती है, तो सबसे पहले स्वच्छता पर ध्यान दिया जाता है, ताकि डेयरी पदार्थ की शुद्धता को बरक़रार रख सकें | इसी बात का ध्यान रखते हुए इस पनीर कटिंग और प्रेसिंग मशीन का निर्माण किया गया है | अब अगर बात करें इस मशीन की प्रक्रिया के बारे में, तो सबसे पहले इस मशीन में मौजूद बायलर दूध को एक सही तापमान में गर्म करता है, फिर इस गर्म दूध में नींबू और सिरका जैसे खट्टा पदार्थ मिलाया जाता है, ताकि दूध को जमाया जा सके | इसके बाद मशीन दूध में से तरल पदार्थ और पनीर को अलग कर देता है | पनीर को आकार देने के लिए इससे पहले एक सांचे में रख दिया जाता है और फिर इस सांचे को मशीन के एक प्रेस्सेर विभाग में रख दिया जाता है, ताकि इस पर दबाव पड़ता रहे | 

फिर कटिंग विभाग में इस पनीर को ज़रुरत के हिसाब से काट दिया जाता है | इससे जुडी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको इस विषय सबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

एनके डेयरी इक्विपमेंट के पास डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर प्रकार के लेटेस्ट उपकरण उपलब्ध है |  इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और दिए गए नंबरों से संपर्क करें  |

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भैंस का दूध निकालने वाली मशीन की प्रक्रिया किस प्रकार होती है ?

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एनके डेयरी इक्विपमेंट के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से यह बताया गया की भैंस का दूध निकालने वाली मशीन एक आधुनिक मशीन है, जिसके माध्यम से बिना थानों को नुक़सान पहुंचाए, भैंसो से जल्दी और कुशलतापूवर्क दूध निकालने की प्रक्रिया को किया जाता है | यह तब ही मुकीम है जब इस मशीन को ठीक से स्थापित किया जाए, बेहतरीन संचालनों की स्थितियों में रखा जाए और सटीक तरीकों से उपयोग किया जाए | यह मशीन दो आधरभूतों में कार्य करती है :- 

  • यह मशीन आंशिक निर्वात के माध्यम से स्ट्रीक कैनाल को खोल देती है, जिससे यह दूध को एक लाइन के द्वारा थानों से कंटेनर तक पहुंचाने का काम करती है | 
  • यह मशीन लगातार थानों की मालिश करती है, जिससे थानों में रक्त और लसीका जमा नहीं होते | 

 

भैंस के थन और थन मवेशियां से बिलकुल अलग होती है, इसलिए भैंस से दूध निकालने के लिए, इस मशीन को भैंसो के हिसाब से बदलना पड़ता है | हालाँकि कई बार भरी क्लस्टर, उच्च संचालन वैक्यूम और तेज़ थरथराहट की आवश्यकता भी पड़ सकती है | एनके डेयरी इक्विपमेंट भैंस दूध निकालने वाली मशीन के सवर्श्रेष्ठ निर्माताओं में से एक है, जो आपको कम लागत में मशीन की उपलब्धि करवा सकती है | यदि आप भी ऐसे ही मशीन की खोज कर रहे है तो इसके लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | यह संस्था डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर तरह के उपकरण का निर्माण करती है और साथ ही यह आपको सही मार्गदर्शन भी प्रदान कर सकती है |      

 

इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और दिए गए नंबरों से संपर्क करें | इससे जुड़ी अधिक  जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | यहाँ से आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो   जाएगी |

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खोया बनाने वाली मशीन क्या है और यह कितने प्रकार के होते है ?

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एनके डेयरी इक्विपमेंट एक ऐस संस्था है,जो स्वच्छता और शुद्धता का ध्यान रखकर स्टेनलेस स्टील का उपयोग करके डेयरी उत्पादन से जुड़े सभी उपकरणो का निर्माण करते है | पूर्व भारत के हर हलवाइयों के पास बनने वाली मिठाइयां खोया के बिना अधूरी होती है, जिससे मावा के नाम से भी जाना जाता है | पारंपरिक तौर पर दूध को धीमी आंच में तब तक पकाया जाता है जब तक यह दूध अच्छे से पक कर गाढ़ा न हो जाए, जिससे खोया कहा जाता है, हलाकि इससे बनाने में काफी समय व्यर्थ हो जाता है | इसी बात का ध्यान रखते हुए एनके डेयरी इक्विपमेंट ने खोया बनाने वाली मशीन का निर्माण किया है | जिसने खोया बनने की प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है | 

खोया बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले यह मशीन दूध के वजन के आधार पर स्वचालित रूप से अपने तापमान को बदल देती है, ताकि सरलता से दूध से खोया को बना सके | अब अगर बात करें की खोया बनाने वाली मशीन कितने प्रकार की होती है तो एनके डेयरी इक्विपमेंट के पास पांच प्रकार की खोया बनाने वाली मशीन उपलब्ध है, जिसमें शामिल है :- 

  1. डीजल मॉडल 
  2. गैस मॉडल 
  3. गैस कम डीजल मॉडल 
  4. डीलक्स मॉडल 
  5. स्टेनलेस स्टील मॉडल 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है | इस चैनल पर आपको इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी | 

इस संस्था के पास डेयरी उत्पादन से जुड़े हर प्रकार के उपकरण उपलब्ध है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और दिए गए नंबरों से संपर्क करें |

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दूध और दही को पाश्चराइज़र करने के लिए कौन-सी मशीन का किया जाता है उपयोग ?

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एन.के. डेयरी इक्विपमेंट ने अपने यूट्यूब चैनल में एक वीडियो के माध्यम से यह दिखाया की कैसे एक मशीन का प्रयोग कर दूध और दही को पाश्चराइज़ किया जा रहा है | अब अगर बात करें की पाश्चराइज़र क्या होता है तो पाश्चराइज़र एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमे तरल दूध या तरल पदार्थ को अलग-अलग ताप उपचार करने के बाद पाश्चराइज़ किया जाता है, फिर इस पाश्चराइज़ दूध और दही को उपभोगताओं के पास पहुँचाया जाता है | 

 

इस वीडियो में यह भी दिखाया गया की कैसे कच्चे दूध को मशीन के अलग-अलग हिस्सों में ताप उपचार कर पाश्चराइज़ किया जा रहा है और इसके साथ ही यह काम बिना किसी व्यक्ति के हाथ लगाए मशीन के माध्यम से ही बड़े आसानी से किया जाता है | तरल दूध में जिन गुणों की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है वो है उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा, शेल्फ लाइव और स्वाद, जो की इस मशीन के माद्यम से प्राप्त किया जाता है | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप एन.के. डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो पोस्ट की हुई है | 

 

यदि आपका डेयरी फार्मिंग में व्यवसाय है और डेयरी फार्मिंग से जुड़े उपकरणों की तलाश कर रहे है तो इसके लिए आप एन.के. डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर तरह के उपकरण मौजूद है और इसके साथ से यह आपको डेयरी फार्मिंग से जुड़े किसी भी तरह की विषय की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते है | इसलिए आज ही एन.के. डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी सीधा संपर्क कर सकते है |     

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घी बनाने वाली मशीन में कौन-कौन सी प्रक्रिया शामिल होती है ?

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एनके डेयरी इक्विपमेंट ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से घी बनाने की प्रक्रिया को दिखाते हुए यह बताया कि अब अगर बात करे की घी बनाने में कौन-कौन सी प्रक्रिया शामिल होती है तो घी निमार्ण की प्रक्रिया हमेशा से ही जटिल भरा कार्य रहा है, क्योंकि घी को बनाने के लिए स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया को अनुसरण करना बेहद ज़रूरी होता है | चाहे घी का उत्पादन कम पैमाने में करना हो या फिर थोक पैमाने में दोनों की विधियां जटिलताओं से भरपूर होता है | 

लेकिन अब घी निर्माण की विधि को घी बनाने वाली मशीन से आसानी से किया जा सकता है, साथ ही घी बनाने वाली मशीन की मदद से आप काफी मुनाफा कमा सकते हो और खासकर डेयरी फार्मिंग कर रहे व्यक्तियों के लिए यह मशीन का उपयोग करना काफी फायदेमंद भी साबित हो सकता है | आज के दौर में ऐसे नए और लेटेस्ट उपकरण लॉन्च किये गए है, जिनकी मदद से इन जटिल भरे कार्यों को आसान बनाया जा सकता है |  

 

यदि आप भी डेयरी फार्मिंग के लिए घी मेकिंग मशीन को खरीदना चाहते है तो इसके लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर तरह के उपकरण मौजूद है और साथ ही यह आपको डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर तरह से उपकरण के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकते है | इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और दिए गए नंबरो से संपर्क करें | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है या फिर दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देख सकते है | इस चैनल पर घी बनाने वाली मशीन की संपूर्ण प्रक्रिया पर वीडियो बना कर पोस्ट की हुई है |

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उच्च गुणवत्ता वाली दूध को पैकिंग करने वाली मशीन

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दूध पैकिंग मशीन डेयरी फार्मिंग में उपयोग होने वाला एक ऐसा उपकरण है, जो दूध को पाउच में भरने के बाद उसे सील  करके, इससे थैली या फिर कार्टन का निर्माण करता है | इस उपकरण को कई नामों से जाना जाता है जैसे की मैन्युअल मिल्क पैकिंग मशीन, मिल्क बैग पैकिंग मशीन और मिल्क पाउच पैकिंग मशीन आदि | 

एन.के. डेयरी इक्विपमेंट्स अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से मिल्क पैकिंग मशीन की कार्य करने की प्रक्रिया को क्रमश तरीके से बताया गया है और साथ ही यह  की यह मशीन प्रति मिनट में 30 से 40 तक के दूध से भरे थैले को बना सकती है | इस प्रक्रिया के दौरान सबसे पहले 200 तक के बैग को प्रति मिनट की गति से स्वचालित पाउच पैकिंग मशीने से बने पाउच को पकड़ती है, फिर इसके बाद इस पाउच में दूध को भरकर सील कर देती है, जिसके बाद यह थैला तैयार हो जाता है |

इस प्रक्रिया में पाउच को मशीने में मैन्युअल तरीके से लोड किया जाता है | जिसमें एक ऑपरेटर मैन्युअल तरीके से स्वचालित पाउच पैकिंग मशीन के सामने मौजूद बैग मागज़ीन में पाउच को लोड कर देता है, उसके दूध पैकिंग की प्रिक्रया शुरू हो जाती है | 

इस प्रक्रिया के दौरान बैग एक गोलाकार लेआउट में कर्म के अनुसार अलग-अलग स्टेशन पर रूकती है | इस प्रक्रिया में मौजूद प्रत्येक स्टेशन पैकजिंग प्रक्रिया के एक पहलू के लिए जिम्मेदार होते है | हरेक मशीन में से सबसे आम मशीन में 6 से 10 स्टेशन मौजूद होते है, जिसमे से 8 स्टेशन सबसे लोकप्रिय होते है | लेकिन स्वचालित तरीकों से भरने वाली मशीन में एक लेन, दो लेन या फिर चार लेन की व्यवस्था का प्रारूप भी हो सकता है | 

इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के लिए एन.के. डेयरी इक्विपमेंट्स नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है, इस चैनल पर इस उपकरण की संपूर्ण कार्य करने की प्रक्रिया पर वीडियो बना कर पोस्ट की हुई है | इसके अलावा आप चाहे तो सीधा एन.के. डेयरी इक्विपमेंट्स को परामर्श कर सकते है, इस संस्थान में डेयरी फार्मिंग से जुड़े प्रत्येक उपकरण उपलब्ध है और साथ यह दूध पैकिंग मशीन उपकरण की संपूर्ण जानकारी और सही मार्गदर्शन दे सकते है |