शुरुआती समय से गांवों में गाय, भैंस जैसे दुधारू पशुओं का पालन किया जा रहा है जो आज भी बहुत सारे गांव में नज़र आता है। दुधारू पशुओं में से दूध बड़ी प्यार से हाथों से निकाला जाता है जो ज़ोरदार भी होता है। इन पशुओं की खुराक का खास ध्यान रखा जाता है ता कि इनमें बनता दूध जनता के लिए स्वस्थ और पौष्टिक हो। कुछ सालों पहले क्षेत्रों में उन्नति के कारण मिल्किंग मशीन विकसित की गई जिस के प्रयोग से गाय के चूचुक से दूध पाइप द्वारा दबाव डालकर निकाला जाता है। आइए इस मशीन के बारे में और जानते है।
क्या है मिल्किंग मशीन (Milking Machine)
मिल्किंग मशीन या दूध निकालने की मशीन एक उपकरण है जिसे जानवरों, विशेष रूप से गाय, बकरी या भेड़ से हाथ से दूध निकालने की तुलना में अथिक कुशल और स्वचलित तरीके से दूध निकालने के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूध देने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक डेयरी फार्मों में इन मशीनों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।स्कूल शिक्षक-किसान, राघव गौड़ा को मशीनीकृत दूध देने का एक वैकल्पिक साधन विकसित करने के बारे में बहुत सोच-विचार करने के लिए प्रेरित किया, जो सभी किसानों के लिए किफायती होगा।
कितने प्रकार की होती है ये मिल्किंग मशीन
बाजार में दो प्रकार की मिल्किंग मशीन दो प्रकार आती हैं। इसमें एक छोटी मशीन होती है और दूसरी बड़़ी। पशुपालक अपनी आवश्यकता के अनुसार इसे खरीद सकता है। ये मशीनें इस प्रकार से हैं-
- सिंगल बकेट मिल्किंग मशीन
एक बाल्टी दूध देने की मशीन एक बुनियादी और कॉम्पैक्ट दूध देने की प्रणाली है जिसे छोटे डेयरी संचालन, शौक फार्मों या उन स्थितियों के लिए डिज़ाइन किया गया है जहां एक समय में केवल कुछ जानवरों को दूध देने की आवश्यकता होती है।
- डबल बकेट मिल्किंग मशीन
डबल बाल्टी दूध देने वाली मशीन सिंगल बाल्टी दूध देने वाली मशीन का उन्नत संस्करण है और इसे एक साथ कई जानवरों को दूध देने की दक्षता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस प्रकार की दूध देने वाली मशीन मध्यम आकार के डेयरी फार्मों या उन स्थितियों के लिए उपयुक्त है जहां एक ही बार में बड़ी संख्या में जानवरों का दूध निकालने की आवश्यकता होती है।
मिल्किंग मशीन की खासियत
मिल्किंग मशीन आधुनिक डेयरी फार्मिंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो किसानों और समग्र डेयरी उद्योग दोनों के लिए विभिन्न लाभ और महत्व प्रदान करता है।
- दक्षता और समय की बचत
- लगातार दूध देने की दिनचर्या
- दूध की पैदावार में वृद्धि
- स्वच्छता और दूध की गुणवत्ता में सुधार
- किसानों पर शारीरिक तनाव कम करें
- सटीक निगरानी और डेटा संग्रह
- झुण्ड के आकार के प्रति अनुकूलनशीलता
- जब हम प्रतिदिन पशुओं का दूध मशीन के द्वारा निकालते है तो यह प्रक्रिया पशुओं में होने वाले तनाव को कम करती है। जिससे पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होता है और दूध उत्पादन में भी वृद्धि होती है।
मिल्किंग मशीन से कैसे निकाला जाता है गाय व भैंस का दूध
मिल्किंग मशीन कृत्रिम तरीके से गाय, भैंसों दूध निकालने की एक मशीन है। जब किसी दुधारू पशु का दूध निकाला जाता है तब इस मशीन को उस पशु की बालियों यानी अयन में लगा दिए जाता है। इससे जानवर को बिना दर्द पहुंचाएं आसानी से दूध निकाला जा सकता है। इस मशीन की सहायता से कुछ ही मिनटों में पशु का दूध निकाला जा सकता है।
क्या है मिल्किंग मशीन से दूध निकालने का सही तरीका
यहाँ इस बात का ध्यान रखे की मशीन को बलियो में लगाने से पहले गाय के बलियो या अयन को अच्छी तरह से स्वच्छ पानी से धो लेना ताकि कोई संक्रमण नहीं हो। मशीन को एक रफ्तार पर रखे ताकि पाइप में से दूध आराम से आई। दूध निकालने के बाद गाय पशु के अयन पर लाल दवा लगा देनी चाहिए ताकि मशीन से उसे कोई एलर्जी ना हो।
मिल्किंग मशीन के इस्तेमाल में ध्यान रखने वाली खास बातें
- दुधारू पशु के ब्याने के बाद से ही इस मिल्किंग मशीन का उपयोग करना शुरू कर देना चाहिए ताकि पशु को मशीन की आदत पड़ जाए।
- गौशाला को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए। विशेषकर दूध धोते समय विशेष सफाई का ध्यान रखना चाहिए।