दूध की शुद्धता और दूध से बने पदार्थ के लिए मिलावट की जांच कैसे करें ?

फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी, इंडिया यानी एफएसएसएआई के लिए फ़ूड में मिलावट, एक बहुत बड़ा और चिंता का विषय बन गया है | खासकर दूध और दूध से बने पदार्थ, पानी से लेकर यूरिया, डिटर्जेंट और स्टार्च जैसे पदाथों में मिलावट होने के केसेस भी बहुत सामने आ रहे है | जब भी फ़ूड और फ़ूड के गुणवत्ता की बात आती है तो उनके नेचुरल न्यूट्रिशन महत्तवता को बनाये रखना अत्यंत महतवपूर्ण हो जाता है | दूध और दूध से बने पदार्थ का उपयोग सोसाइटी के विभिन्न वर्गों द्वारा किया जाता है | दूध कैल्शियम, विटामिन और अन्य आवश्यक न्यूट्रिशन होने के कारण, इनमें गैर-मिलावटी की जांच करना और अनुमति देना, मिनिस्टरी ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर और एफएसएसएआई बोर्ड के लिए दिन-प्रतिदिन चुनौती बनाते जा रहा है | आइये समझते है इस विषय को विस्तारपूर्वक से :- दूध में मिलावट क्या होता है ? दूध में मिलावट का अर्थ है, उपभोक्ताओं को बेचने से पहले दूध में ख़राब गुणवत्ता वाले पदार्थों को और सुब्स्टीट्युइट को मिलकर, जानबूझकर दूध के गुणवत्ता को ख़राब किया जाता है | इसके साथ ही कभी-कभार अधिक मुनाफे के लिए वैलयूबल पदार्थों और नुट्रिएंट्स को भी बदल दिया जाता है, जिसकी वजह से भोजन के नेचर और गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ जाता है और भोजन की नुट्रिएंट्स वैल्यू भी गिर जाती है या फिर घटिया हो जाती है | दूध और दूध से बने पदार्थ में मिले मिलावट को ऐसा माना जाता है की जब, सुब्स्टेन्सेस सब्स्टिट्यूट को बदल दिया जाता है तो इससे दूध की गुणवत्ता और शुद्धता में भारी गिरावट आ जाता है | गुणवत्ता की कमी वाले दूध या फिर नकली दूध और उससे बने पदार्थ के बेचने की संभावना हो सकती है | न्यूट्रिशनल स्टैंडर्ड से समझौता करने के लिए दूध की बाहरी बनावट में सुधार के लिए, उसे परिवर्तित और रंगीन किया जाता है | शरीर स्वास्थ्य के लिए यह हानिकारक पदार्थ को होते है | मिलावटी दूध कंसम्पशन शरीर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और समय के बीतने के साथ-साथ पोषण की कमी, वृद्धि और विकास में हानि, हड्डियों और दांतों में विकृति और भी ऐसे अन्य कई तरह समस्याएं उत्पन्न हो सकती है | मिलावट की जांच कैसे करें ? मिनिस्टरी ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर के तहत एफएसएसएआई ने अब घर में ही घरेलु पदार्थों का उपयोग करके दूध के गुणवत्ता और शुद्धता का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट्स की सूचि तैयार की है, जो है रैपिड टेस्ट्स, डिटेक्टिंग अडल्ट्रेनेंट्स विथ रैपिड टेस्ट्स के साथ दूध में मिलावट का पता लगाकर फ़ूड अडल्ट्रेशन को प्रिवेंट करते है, जिससे कंस्यूमर डिसेप्शन और स्वास्थ्य को प्रभावित होने से रोका जा सकता है | इससे उपभोगताओं के बीच मिलावट के प्रति अवेयरनेस जागरूक होती है | भोजन हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा होता है | भोजन या फिर दूध में मिलावट जानबूझकर उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले, न्यूट्रिशन-रिच और सुरक्षित खाने के लिए धोखे के लिए किया जाता है | यदि आपको भी आपके घर में दूध में मिलावट होने का संदेह हो रहा है, इसकी आवश्यक जांच करें | यदि इस विषय के बारे अधिक जानकारी को प्राप्त करना चाहते है तो एनके डेयरी इक्विपमेंट संस्था आपको पूर्ण रूप जानकारी प्रदान कर सकते है | एनके डेयरी इक्विपमेंट पंजाब के बेहतरीन संस्थानों में से एक है, जो पूरे देशभर में डेयरी फार्म से जुड़े सभी उपकरणों और तकनीकों में आपूर्तिकर्ताओं का काम करते है | इसके साथ ही इस संस्था के पास प्रत्येक प्रकार के मिलावट को टेस्ट करने वाले उपकरण भी मौजूद है, जिसकी मदद से आप आसानी से दूध में मिलावट की जांच कर सकते है | इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और परामर्श के लिए अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट में दिए गए नंबरों से संपर्क कर उनसे सीधे चयन भी कर सकते है |
दूध वेंडिंग मशीन की महत्वता और उसके भविष्य में संभावनाएं

आज के दौर में टेक्नोलॉजी दुनिया भर में विकसित हो रही है और नवीकरण कई तरह के उद्योगों में शक्ति बनते जा रहा है | डेयरी फार्मिंग क्षेत्र पर भी इसकी कोई कमी नहीं है, एमवीएम यानी दूध वेंडिंग मशीन के शुरुआत के साथ ही इसके प्रक्रिया में भी काफी बदलाव आ गए है | एनके डेयरी इक्विपमेंट डेयरी फार्मिंग से जुड़े सभी प्रकार के उपकरणों के निर्माता है, जो आपको डेयरी विभाजन में नवीकरण के महत्व, दूध वेंडिंग मशीनों के पीछे की कार्य प्रणाली, इसके लाभ, इसके आशाजनक संभावनाएं, आदि के बारें में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकते है | आइये जानते है दूध वेंडिंग मशीन की महत्वता के बारे में :- दूध वेंडिंग मशीन क्या है ? दूध वेंडिंग मशीन एक प्रकार की दूध बेचने वाली मशीन स्वचालित प्रणालियाँ होती है, जिसका निर्माण उपभोक्ताओं को सुविधाजनक और स्वच्छता पूर्वक से ताज़ा दूध को प्रदान करने के लिए किया गया है | यह मशीन का कार्य दूध की ताज़गी को बरक़रार रखने के लिए रेफ्रिजेशन के इकाईयों से सुसज्जित करना है, जो अक्सर स्थानीय डेयरी फार्म और प्रंसस्करण सुविधा से जुड़ा हुआ होता है | दूध लेने के लिए ग्राहक अपने कंटेनर को ला सकते है या फिर उपलब्ध कराये कंटेनर का भी उपयोग कर सकते है और अपने इच्छा अनुसार मात्रा का चयन करके, एक बटन दबाकर दूध को प्राप्त कर सकते है | आइये जानते है दूध वेंडिंग मशीन के लाभ :- दूध वेंडिंग मशीन के क्या लाभ है ? एमवीएम मशीन ग्राहकों को बिना बिचौलियों के ताज़ा और स्थानीय रूप से दूध तक पहुँच को प्रदान करता है | जिससे उच्च गुणवत्ता और बेहतर स्वाद को सुनिश्चित किया जाता है | यह मशीन 24/7 समय के लिए संचालित होता है, जिससे उपभोक्ता कभी भी और किसी भी समय अपनी सुविधा अनुसार दूध को प्राप्त कर सकता है | पैकेजिंग और परिवहन की आवश्यकता को खत्म करके, एमवीएम मशीन पारंपरिक डेयरी विभाजन से जुड़े कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के योग्य होता है | एमवीएम मशीन ग्राहकों और डेयरी फार्म के किसानों के बीच संबंध बनाने का कार्य करता है, जिससे सामुदायिक समर्थन और टिकाऊ फार्मिंग की विधि को बढ़ावा मिलता है | डेयरी विभाजन में नवीकरण की महत्वत्ता डेयरी से जुड़े उत्पादों का विभाजन करने के लिए पारंपरिक तरीकों की कुशलता, स्थिरता और आधुनिक ग्राहकों की मांग को पूरा करने में कई तरह की परेशानियों से सामना करना पड़ जाता है | बढ़ती आबादी और शहरीकरण के देखते हुए विभाजन की प्रक्रिया को स्थिरता करने के लिए नवीकरण समाधानों की आवश्यकता बढ़ते जा रही है | दूध वेंडिंग मशीन एक आशाजनक समाधान है, जो ग्राहकों को डेयरी उत्पादों तक पहुंचने के तरीके पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान कर सकता है | चुनौती और योजना दूध वेंडिंग मशीन के वैसे तो अनेकों लाभ है, लेकिन फिर भी यह निष्पादन चुनौतियां से घिरा होता है, जैसे की :- विनियमन बाधाएं :- शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में कच्चे दूध की बिक्री के संबंध में विभिन्न प्रकार के नियम होते है और इन वैधता को समझना एमवीएम मशीन के संचालकों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती हो सकती है | रखरखाव और स्वच्छता :- दूध के विभाजन की सुरक्षा और उच्च गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए एक नियमित रूप से रखरखाव और सख्त स्वच्छता प्रोटोकॉल की आवश्यकता हो सकती है | दूध वेंडिंग मशीन की भविष्य में संभावनाएं एमवीएम मशीनों से उपभोक्ताओं को उचित दामों पर दूध प्राप्त हो सकता है, जिससे ऑर्गेनिक दूध प्राप्त होगा | एमवीएम मशीनों में उन्नत होने से उपभोक्ताओं का सीधा संबंध डेयरी के किसानों से होगा, जो बिचौलियों के संबंध को खत्म कर देगा | एमवीएम मशीनों से दूध को निकटता से सेवन किया जा सकता है | एमवीएम मशीनों से छोटे किसानों द्वारा उत्पादित दूध भी मिल सकता है | और भी ऐसे कई संभावनाएं है, जो डेयरी के विभाजन प्रणाली में उन्नत ला सकती है | यदि आप ऐसे ही किसी मशीन की खरीदारी के बारे में विचार कर रहे है या फिर इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते है तो इसमें एनके डेयरी इक्विपमेंट आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | एनके डेयरी इक्विपमेंट डेयरी पंजाब के बेहतरीन संस्थानों में से एक है जो फार्मिंग से जुड़े सभी उपकरणों का खुद ही निर्माण करते है और पूरे भारत में इन उपकरणों में आपूर्तिकर्ताओं का कार्य करते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की वेबसाइट पर जाएं और चयन के लिए दिए गए नंबरो से संपर्क करें |
डेयरी फार्म में उपयोग होने वाले सभी उपकरणों के बारे में संपूर्ण जानकारी

वर्तमान समय में डेयरी फार्म से जुड़े व्यवसाय से काफी मुनाफे में सौदा साबित हो रहा है | पूरे देशभर में दूध उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी के लिए अब सरकार भी डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा दे रही है | अभी भी पूरे देश भर में दूध की मांग को पूर्ण रूप से आपूर्ति नहीं हो पायी है | जिसके चलते पशुपालकों के लिए डेयरी फार्म को खोलना एक फायदेमंद सिद्ध हो सकता है | यदि आप में कोई भी व्यक्ति डेयरी फार्म को खोलने का विचार कर रहा है तो उसके लिए सबसे पहले आपके पास डेयरी फार्मिंग से जुड़े उपकरणों के बारे में संपूर्ण जानकरी होनी बेहद ज़रूरी है | यदि आप इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते है तो इसमें एनके डेयरी इक्विपमेंट संस्था आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | डेयरी फार्मिंग में बढ़ते जा रहा है मशीनों का उपयोग आधुनिक समय में मशीनों का उपयोग सभी क्षेत्रों में निरंतर बढ़ते ही जा रहा है | इस दौड़ में डेयरी फार्म से जुड़े व्यवसाय पीछे नहीं है | इस क्षेत्र में भी आधुनिक मशीनों और उपकरणों के उपयोग में काफी बढ़ोतरी हुई है | पहले के समय में डेयरी फार्म में मज़दूरों की बेहद आवश्यकता होती थी, लेकिन अब उसी मज़दूरों के स्थान पर मशीनों का उपयोग किया जाने लग गया है | इससे कम समय और कम लागत में अधिक दुग्धोत्पादन प्राप्त किया जा सकता है | इन आधुनिक मशीन में दूध निकालने वाली मशीन, दूध को ठंडा रखने वाली मशीन, खोया बनाने वाली मशीन, मक्खन बनाने वाली मशीन आदि जैसे उपकरणों का उओयोग डेयरी व्यवसाय में किया जा रहा है | डेयरी पशु आवास उपकरण डेयरी फार्मिंग में सबसे पहले यह ज़रूरी होता है कि पशु के आवास स्थल का चयन करें | इसके लिए जिस जगह में पशुयों ने रहना है, वो जगह साफ़-सुथरी होनी चाहिए | गायों और भैसों का आराम स्थल आवास आरामदायक और स्वास्थ्यकर होना चाहिए | इसके लिए गर्मियों के मौसम में हवा और पानी का खास इंतज़ाम होना चाहिए और सर्दियों के मौसम में गर्म स्थल आवास का इंतेज़ाम करें | ऐसा माना गया है की जो पशु शरीरिक रूप से स्वास्थ्य होते है, उनसे दूध उत्पादन भी बहुत अच्छा होता है | भूसा काटने वाली मशीन पशुओं के लिए चारा काटने वाली मशीन को भूसा काटने वाली मशीन कहा जाता है | इस मशीन के माध्यम से आसानी से सूखे भूसे को काटा जा सकता है | इसकी प्रक्रिया में सबसे पहले चारा को मशीन में सीधा डाल दिया जाता है, जिसके बाद से इस मशीन से यह चारा छोटे-छोटे टुकड़ों में बदल जाते है | जिससे पशु आसानी से खा सकते है | दूध निकालने वाली मशीन इस मशीन को दूध दुहने वाली मशीन के नाम से भी जाना जाता है | दूध दुहने वाली मशीन का उपयोग गायों से दूध को निकालने के लिए किया जाता है | दूध दुहने वाली मशीन का कार्य एक मोटर के सहायता से किया जाता है | इस मशीन में एक वैक्यूम पंप मौजूद होता है, जो एक नाली के ज़रिये दूध देने वाली ईकाई तक जाता है | स्वचालित मिलकर इस मशीन का उपयोग गायों से जल्दी से दूध को निकालने के लिए किया जाता है | इस विधि में दूध को हाथों की अपेक्षा से बहुत तेज़ी से निकालने में मदद मिल सकती है | पाश्चराइज़र उपकरण डेयरी फार्म में गायों से दूध को निकालने के बाद उसे सीधा सप्लाई नहीं किया भेजा जा सकता है, इस दूध का पाश्चुरीकरण करना बेहद ज़रूरी होता है, ताकि दूध में मौजूद हानिकारक जीवाणु नष्ट हो सके | दूध को पाश्चुरीकरण करने के लिए पाश्चराइज़र उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें सबसे पहले दूध को इस उपकरण के माध्यम से एक नियमित तापमान में गर्म किया जाता है, फिर इस दूध को एक निश्चित समय के लिए निश्चित तापमान में रखा जाता है और लगातार हिलाते हुए इस दूध को ठंडा किया जाता है | इसके बाद ही इस दूध को आगे संसाधित किया जाता है, जिसमें पाश्चुरीकरण करने के बाद थैलियों में पैक कर, उपभोक्ता तक पहुंचाया जाता है | सेपरेटर उपकरण डेयरी फार्म में सेपरेटर उपकरण का इस्तेमाल दूध में से क्रीम और स्किम्ड दूध को अलग करने के लिए किया जाता है | यह उपकरण प्लास्टिक, एल्युमीनियम और स्टेनलेस स्टील से निर्मित होते है | इस मशीन का उपयोग दूध से जुड़े उत्पाद को बनाने के लिए किया जाता है, जैसे की छाछ, दही, मक्खन, घी आदि | यदि आप में कोई भी व्यक्ति इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहता है या फिर डेयरी फार्म से जुड़े और उपकरणों के बारे में जानना चाहते है तो इसके लिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और परामर्श के लिए अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें | यह संस्था आपको डेयरी फार्म से जुड़े सभी उपकरणों के बारे में जानकरी प्रदान कर सकते है | इसके अलावा आप वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी सीधा संस्था बात कर सकते है |
कम पैसों से शुरू करें अपना डेयरी मिल्क प्लांट का बिज़नेस, जाने कैसे करें शुरुआत ?

डेयरी मिल्क प्लांट का बिजनेस एक ऐसा कारोबार है, जिससे कभी भी और कहीं भी खोलकर बैठ जाओ, वहां कारोबार चलता ज़रूर है | कोविड काल में जहाँ सभी काम-धंधे ठंडे पड़ गए थे और कई कारोबार पर ताला पड़ गया था, वहीं केवल डेयरी मिल्क प्लांट का बिजनेस ही एकलौता ऐसा कारोबार था, जो बिना किसी रोक-टोक के चलता रहता था और आज भी चल रहा है | डेयरी प्लांट का बिज़नेस में मेहनत तो बहुत ज़्यादा है, लेकिन बहुत अच्छे स्तर पर इससे मुनाफा कमाया जा सकता है | डेयरी एक ऐसा कारोबार है, जिसे आप छोटी-सी पूंजी से लेकर बड़ी रकम को लगाकर इसकी शुरुआत कर सकते है | इसके लिए सबसे पहले आपको डेयरी मिल्क प्लांट का बिज़नेस के शुरुआत की प्लानिंग करनी चाहिए | यदि आपको डेयरी मिल्क प्लांट का बिज़नेस को शुरू करने के लिए मार्गदर्शन की ज़रुरत है तो इसमें एनके डेयरी इक्विपमेंट आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | यह संस्था डेयरी फार्मिंग से जुड़े सभी उपकरणों के निर्माता है और पूरे भारत में इन उपकरणों में आपूर्तिकर्ताओं का कार्य करते है, जो आपके कारोबार की शुरुआत के लिए सही मार्गदर्शक प्रदान कर सकते है | डेयरी मिल्क प्लांट का बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले आप पास अच्छी नस्ल के गाय और बैंस मौजूद होने चाहिए | इसके बाद उनकी अच्छे देखभाल और खानपान का ज़रूर ध्यान दें | इससे फायदा यह होगा की आपके पशु अधिक समय तक स्वस्थ रहेंगे और आपको उनसे दूध भी अधिक मात्रा में प्राप्त होगा, जिससे आप निजी तौर पर नज़दीकी दुकानों और आस-पास के शहरों में जाकर बड़ी-बड़ी सोसाइटी में सीधे बेचकर, अधिक पैमाने में मुनाफा कमा सकते है | इसके अलावा आप अपने डेयरी मिल्क प्लांट का बिजनेस की शुरुआत उस क्षेत्र के आसपास कर सकते है, जहां दूध की मांग सबसे अधिक है | इसके साथ ही इस बात को समझना बेहद ज़रूरी है की उस क्षेत्र में गाय और भैंस में से किस के दूध की सबसे अधिक मांग है, फिर इसी बात का ध्यान रखते हुए गाय और भैंस को खरीदे | गायों और भैसों को खरीदने के दौरान इस बात का ज़रूर ध्यान रखें की वह अच्छी नस्ल के हो, क्योंकि अच्छी नस्ल वाले गायों और भैसों से दूध काफी अच्छे मात्रा में प्राप्त होता है, जिसे बेचकर आप अधिक मुनाफा कमा सकते है | यदि आप इस विषय से जुड़ी अधिक जानकारी को प्राप्त करना चाहते हो या फिर डेयरी मिल्क प्लांट से जुड़ी उपकरणों की खरीदारी करना चाहते है तो इसके लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | इसलिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट की वेबसाइट पर जयें और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |
डेयरी फार्म बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें ?

इस बात को सभी जानते है की भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ हर राज्य में किसी न किसी उत्पादों की कृषि की जाती है | लेकिन फिर भी आजकल के युवा कमाई के लिए प्राइवेट सेक्टर का सबसे अधिक चुनाव करते है, क्योंकि वह ऐसे व्यवसाय को चुनने का रिस्क नहीं लेते, जिस पर उन्हें अधिक निवेश करना पड़े और वहां से लाभ उन्हें कम प्राप्त हो | लेकिन आपको बता दें कि भारत इकलौता ऐसा देश है, जहाँ फार्मिंग के माध्यम से अच्छी कमाई की जा सकती है | लेकिन आजकल के युवा का ध्यान प्राइवेट सेक्टर की ओर सबसे अधिक जाता है, यही कारणों से वह कमाई के लिए प्राइवेट सेक्टर में अधिक भटकते रहते है | यदि आप उन लोगों में से है जो फार्मिंग को चुनकर एक ऐसा बिजनेस करना चाहते, जिसमें आपको निवेश में कम लगना पड़े और आगे चलकर इससे मुनाफा भी अधिक मिले, तो इसके लिए आप डेयरी फार्म बिजनेस का प्लान कर सकते हो | आइये जानते है है क्या है डेयरी फार्म :- डेयरी फार्म बिज़नेस क्या होता है ? डेयरी फार्म एक तरह का दुधारू पशुओं की देखभाल करके, उन पशुओं से मिले दूध को बेचने वाला काम है | यह भारत में सबसे लोकप्रिय कृषि संबंधी उद्योग है, जिसे अक्सर ग्रामीण लॉग करना पसंद करते है | डेयरी फार्मिंग में दूध के अलावा, डेयरी उत्पादों का भी उत्पादन किया जाता है | इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के किसानों से सीधा डेयरी उत्पादों को सही मोल पर खरीद कर और उसे उचित मूल्य के साथ बाजार में बेचने के लिए उपलब्ध भी कराया जा सकता है | हालांकि अब ऐसा नहीं की आप डेयरी फार्मिंग में केवल दूध का व्यवसाय कर सकते है, इसके अलावा आप दूध से बनने वाले डेयरी उत्पाद जैसे की घी, छाछ, मावा, मक्खन, दही आदि का भी व्यवसाय भी कर सकते है | डेयरी फार्म बिज़नेस को शुरू करने के लिए और इससे जुडी उत्पादों के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए आप एनके डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | एनके डेयरी इक्विपमेंट भारत के सवर्श्रेष्ठ संस्थान में से एक है, जो डेयरी फार्मिंग से जुडी हर प्रकार के उपकरणों के निर्माता है और पूरे भारत में इन उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं का कार्य करते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही एनके डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्प्पोइन्मनेट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |
दूध और दही को पाश्चराइज़र करने के लिए कौन-सी मशीन का किया जाता है उपयोग ?

एन.के. डेयरी इक्विपमेंट ने अपने यूट्यूब चैनल में एक वीडियो के माध्यम से यह दिखाया की कैसे एक मशीन का प्रयोग कर दूध और दही को पाश्चराइज़ किया जा रहा है | अब अगर बात करें की पाश्चराइज़र क्या होता है तो पाश्चराइज़र एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमे तरल दूध या तरल पदार्थ को अलग-अलग ताप उपचार करने के बाद पाश्चराइज़ किया जाता है, फिर इस पाश्चराइज़ दूध और दही को उपभोगताओं के पास पहुँचाया जाता है | इस वीडियो में यह भी दिखाया गया की कैसे कच्चे दूध को मशीन के अलग-अलग हिस्सों में ताप उपचार कर पाश्चराइज़ किया जा रहा है और इसके साथ ही यह काम बिना किसी व्यक्ति के हाथ लगाए मशीन के माध्यम से ही बड़े आसानी से किया जाता है | तरल दूध में जिन गुणों की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है वो है उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा, शेल्फ लाइव और स्वाद, जो की इस मशीन के माद्यम से प्राप्त किया जाता है | इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप एन.के. डेयरी इक्विपमेंट नामक यूट्यूब चैनल पर विजिट कर सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो पोस्ट की हुई है | यदि आपका डेयरी फार्मिंग में व्यवसाय है और डेयरी फार्मिंग से जुड़े उपकरणों की तलाश कर रहे है तो इसके लिए आप एन.के. डेयरी इक्विपमेंट से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास डेयरी फार्मिंग से जुड़े हर तरह के उपकरण मौजूद है और इसके साथ से यह आपको डेयरी फार्मिंग से जुड़े किसी भी तरह की विषय की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते है | इसलिए आज ही एन.के. डेयरी इक्विपमेंट नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी सीधा संपर्क कर सकते है |
High-Quality Khoya Machine Provided By NK Dairy Equipments

Establishing a new dairy that has a desire to upgrade an old one asks for quality. A dairy with low-quality products may be able to stay in business, but it will never be able to grow as the customers won’t get what they are looking for. A high-standard dairy requires high-quality products, which can only be acquired with the help of prime-quality dairy equipment. NK Dairy Equipment is a trustworthy and reliable company that offers a extended range of dairy equipment so you can follow the high-standard methods of making products that ensure supreme quality. Our khoya machine is engineered by experts who not only build machines but also build assurance of trust and quality. Our equipment is certified with ISO quality management, which makes us a reliable provider of dairy products. With NK Dairy Equipments, you will be able to take the success of your business by incorporating quality with no compromise. We provide different types of dairy products for all types of purposes. So whether you wish to establish a new venture or need to expand your existing one, contact NK Dairy Equipments for high-quality machines and equipment that will ensure the success of your business.
Dairy Equipment Manufacturers in India, Khoya Machine, Ghee Plant

In India, dairy is a huge industry. India has been a leading producer of milk and milk-based products since the late nineties. The growth rate in this industry is also consistent. You can run a successful dairy business with the right equipment and tools. You can buy the various dairy tools from the best Dairy Equipment Manufacturers in India. Various companies offer all kinds of farm products needed to run a successful dairy farm. The machinery required at the dairy farm depends on the level of mechanization and the size of the dairy farm desired by the owner. But basic dairy farm equipment, like chaff cutters, milking machines, etc., are always required. The cost of starting a dairy farm depends on the following factors: The capacity of the plant Product mix Location Facilities at the site Level of automation Make of machinery System of Milk procurement Dairy processing machinery Dairy processing machinery is an umbrella term that refers to various equipment used to turn milk and other dairy products into a variety of finished goods: Khoya Mawa Making Machine- Khoya Mawa Making Machine used to make fresh khoya mawa from fresh milk. Khoya has a huge market both in and outside India. It is used in making sweets, gajar ka halwa, ghewar and many more sweet delicacies. A Khoya machine can process almost thirty kg of milk at a time. Cream Separator- Cream Separator is used to separate cream from whole milk. Most separators are computer controlled, and they can remove the required amount of cream from the milk. Butter Churner- Butter is one the mostly purchased milk based products. Butter Churner machine makes butter from milk cream collected from the milk. A rotating device is inserted in the churn, and the cream is churned to produce butter. Paneer Cutting Machine- This is a device used to cut large paneer blocks into smaller pieces of varying weights like 250g, 200 gms etc. Ghee-making machine- This machine is used to produce ghee from fresh milk. Ghee Plant can produce hundreds of kgs of ghee in a single day. Paneer Press- when a large amount of milk is turned into paneer. They still have large water content in them. The paneer press machine presses the paneer to give it a brick-like shape to the paneer and tofu. Curd-making machine- A curd-making machine is used to make curd from milk. This machine is hooked to various devices. It can automatically control temperature and timer and also a fan for air circulation. Bulk Milk Cooler- This device is used to cool large batches of milk at controlled temperature and pressure conditions. Milk Cooling Tanks- These tanks are used to cool large batches of milk at a controlled temperature and keep it in a cold temperature until it is picked by the milk hauler. Milk Analyzer- A milk analyzer is a device used to make quick analyses of milk for various features like fat content, SNF content, pH, temperature, freezing point, salt content, etc. CONCLUSION If you are planning on starting a dairy plant and want to buy high-quality dairy machinery for your farm, then you can visit NK Dairy Equipments to buy high-quality dairy farm equipment made with high-grade stainless steel. Using these products will boost your dairy farm business.
What are the benefits of making the dairy equipment with the stainless steel?

Have you ever noticed that usually all the equipment which is used in any of the dairy plants, ghee plants and paneer plants are made up of stainless steel? So in today’s article, we shall be knowing about the importance of stainless steel in the making of the equipment which is used in the dairy industry. So are you ready then? PRODUCT SAFETY The dairy equipment made with stainless steel offers higher safety and protection of the edible items from the attack of the bacteria. Also, the stainless steel can not encounter rusting. The chromium which is there in the stainless steel helps to slow down the process of rusting. Apart from this benefit, it is suggested to regularly clean the dairy equipment. The cleaning will ensure that you are not letting the bacterial buildup affect you. SANITATION In the dairy plants, you will encounter many such needs to transport the material from one container to another. Stainless steel is considered ideal for the maintenance of hygiene in dairy products as these do respond in a better way to the various cleaning chemicals. DURABLE AND STRENGTHFUL Usually, the utensils and the equipment made up of the other materials are known to be at risk of encountering the cracks, abrasions and the scratch. But you will get to enjoy all the benefits as far as stainless steel is concerned. PROMOTES LONGEVITY Stainless steel has such properties which make it ideal for serving a long period. It is said that if you purchase a utensil or equipment which is made up of stainless steel, then it will serve your three and even more generations. The whole credit of this thing goes to the properties of the stainless steel. STAINLESS STEEL HELP YOUR BUSINESS TO GROW If you purchase items made with stainless steel, then you will be free from the need to make replacements in the equipment quite frequently. Do the stainless help your business to get saved from the losses. BOTTOM LINE To sum up, we can only say that the benefits of stainless steel are many, which includes recyclability and the environment-friendly nature. If you want to know comprehensive information on this topic, then please let us know. The dairy equipment made with stainless steel is lightweight and yet durable. This kind of feature attracts people.
A comprehensive note on sustainable dairy farms.

To better their farms, dairy farmers frequently collaborate with outside organizations, particularly local environmental organizations. Dairy farmers can sustain their communities for future generations by working together to maintain rivers, wildlife, native crops and other projects. Proper care and quality of dairy farming help increase the number of dairy products, and for making quality khoya, khoya machines are available. What is the definition of sustainable dairy farms? Sustainable dairy farms are agricultural endeavors that strive to generate dairy products while reducing adverse environmental effects, advancing animal welfare, bolstering nearby communities, and preserving long-term financial stability. These farms prioritize animal welfare, social responsibility, environmental stewardship, and economic efficiency. What are some sustainable dairy farming practices? A dairy farm can become more sustainable by implementing measures that enhance animal welfare, lessen their adverse effects on the environment, and guarantee their financial stability. Here are a few methods to make this happen: Pasture-Based Grazing: Permit cows to graze on pasture. Rotational grazing can lessen soil erosion, increase soil health, and reduce fertilizer usage. Feed Management: Reduce dependency on non-sustainable feed sources, such as corn and soy, and maximize feed composition to minimize waste. When it is feasible, use organic and locally obtained feed. Water Conservation: To reduce water use in farm operations, implement water-saving technology, including drip irrigation, rainwater gathering, and effective watering systems. Energy Efficiency: To lessen dependency on non-renewable energy sources, install energy-efficient machinery, solar panels, and LED lights, among other systems and equipment. Manure management: To properly handle manure, use composting or anaerobic digestion systems. This can provide nutrient-rich compost for soil fertility and methane for energy. Preserving natural ecosystems: It is beneficial for protecting farms and is essential for biodiversity conservation. This can involve keeping native vegetation intact, building ponds and planting hedgerows. Use Integrated Pest Management Techniques: Reducing the amount of pesticides and herbicides you use is applicable. This includes managing pests and illnesses through biological controls, crop rotation, and habitat management. Genetic Selection: To lessen the environmental impact of dairy production, breed for characteristics including heat tolerance, disease resistance, and feed efficiency. Reduce Waste: Milk can be sold in recyclable or returnable containers to help reduce packaging waste. Put plans in place to lower the farm’s overall waste production. Continuous Improvement: Monitor, benchmark, and implement new technology and best practices to evaluate and enhance sustainable practices continuously. Community Involvement: Work with the local community to develop partnerships with other stakeholders, educate customers about the advantages of sustainable dairy production, and support sustainable agriculture practices. Standards and Certifications: To show your dedication to sustainability and animal welfare, get certifications Benefits of sustainability of dairy farms. Sustainable dairy has advantages for the environment, society, and economy. Among these advantages are: Environmental Conservation: By lowering greenhouse gas emissions, conserving energy and water, maintaining soil health, and safeguarding biodiversity, sustainable dairy farming methods help reduce their adverse environmental effects. Animal Welfare: Ethical animal husbandry techniques, cozy living quarters, pasture access, and adequate dietary and medical treatment are all ways that sustainable dairy farms put the welfare of their animals first. Economic viability: By lowering input costs, raising production and improving efficiency, implementing sustainable practices can strengthen the financial stability of dairy farms. Community Engagement: By encouraging social responsibility, bolstering local economies, and creating job opportunities, sustainable dairy farming cultivates good relationships with the communities in which it operates. Food Security and Quality: By guaranteeing that consumers may obtain wholesome dairy products, sustainable dairy production helps to ensure food security. Dairy farming employs cutting-edge technologies these days. Contact NK Dairy Equipment if you’re seeking dairy equipment in Ludhiana.